कोरोना वायरस की जंग में दिन रात जनमानस की सेवा में जुटे पुलिसकर्मियों का मूवमेंट रोकने की तैयारी है। इसके तहत पुलिस कर्मचारी अब घर जाने के बजाए ड्यूटी स्थल वाले थाने की बैरक में ही रहेंगे।
कोरोना के संक्रमण से प्रभावित होने का खतरा सबसे ज्यादा पुलिसकर्मियों को है, क्योंकि उनके पास बचाव के पर्याप्त संसाधन नहीं है। इसी लिहाज से डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने पुलिस कर्मियों का मूवमेंट कम करने का फैसला लिया है।
उन्होंने बताया कि दिनभर ड्यूटी करने वाले पुलिस कर्मियों को अब थानों की बैरक में ठहराया जाएगा। यहीं पर उनके खाने और सोने का इन्तजाम किया जायेगा।
पुलिसकर्मियों की ड्यूटी का समय घटाया जाएगा
इसी तरह पुलिस लाइन में ड्यूटी करने वालों को बाहर जाने की इजाजत नहीं होंगी। लाइन में सैकड़ों पुलिस कर्मियों के परिवार रहते हैं, उनकी सुरक्षा को लेकर भी ये जरूरी है।
डीआईजी अरुण मोहन जोशी लॉकडाउन में पुलिस कर्मियो की ड्यूटी कम करने की तैयारी में हैं। सड़क पर सिपाही आठ घंटे की ड्यूटी कर रहा है। इसके अलावा थाने में पुलिस कर्मी उससे ज्यादा ड्यूटी कर रहे हैं।
इस लिहाज से उन्होंने एसपी क्राइम लोकजीत सिंह को उपलब्धता के हिसाब से ऐसा प्लान बनाने को कहा है, ताकि पुलिसकर्मियों की ड्यूटी को कम किया जा सके।
डीआईजी अरुण मोहन जोशी लॉकडाउन में पुलिस कर्मियो की ड्यूटी कम करने की तैयारी में हैं। सड़क पर सिपाही आठ घंटे की ड्यूटी कर रहा है। इसके अलावा थाने में पुलिस कर्मी उससे ज्यादा ड्यूटी कर रहे हैं।
इस लिहाज से उन्होंने एसपी क्राइम लोकजीत सिंह को उपलब्धता के हिसाब से ऐसा प्लान बनाने को कहा है, ताकि पुलिसकर्मियों की ड्यूटी को कम किया जा सके।